Thursday, April 28, 2011

हिन्द देश के निवासी, सभी जन एक हैं । रंग-रूप वेश-भाषा चाहे अनेक है ।]

[दृश्य: पहला]

दो लोग परस्पर लड़ रहे हैं तभी कोई तीसरा वहां आ जाता है, फिर कोई चौथा। और आगन्तुक इस बात पर चर्चा शुरु कर देते हैं कि कौन सही है, कौन गलत !!

ऐसी विशिष्टता का धारक शहर है- कोलकाता ।

[दृश्य: दूसरा]

दो लोग परस्पर लड़ रहे हैं एवं कोई तीसरा व्यक्ति वहां आता है, उन दोनों को लड़ते हुए देखता है और टहलने लगता है।

ऐसी विशिष्टता का धारक शहर है- मुम्बई ।

[दृश्य: तीसरा]

दो लोग परस्पर लड़ रहे हैं एवं कोई तीसरा जना आता है और सुलह कराने की कोशिश करता है । तब पहले वाले दोनों अपना लड़ना भूलकर उस तीसरे को पिटना शुरु कर देते हैं ।

भाईयों ऐसा "दिल्ली" में ही हो सकता है ।

[दृश्य: चौथा]

दो लोगों में भयानक लड़ाई हो रही है, भीड़ उनदोनों का लड़ना देखने के लिए इर्द-गिर्द इकठ्ठा हो गई है । एक अन्य व्यक्ति धीरे-धीरे आता है और चुपचाप अपनी दुकान खोल लेता है ।

भाईयों यह शहर "कर्णावती/अहमदाबाद" है ।

[दृश्य: पाँचवां]

दो लोग लड़ रहे हैं, एक तीसरा व्यक्ति उनकी लड़ाई को देखता है । एवं उस लड़ाई को रोकने हेतु एक सॉफ़्टवेयर प्रोग्राम को डेवलप करने की कोशिश करता है किन्तु लड़ाई फिर भी बन्द नहीं होती । कारण कि उस प्रोग्राम में बग है ।

लोगों ! यह शहर "बंगलुरु" है ।

[दृश्य: छठा]

दो लोग लड़ रहे हैं । भीड़ उनकी लड़ाई को देख रही है । एक अन्य साहब आते हैं और बड़े ही नम्र अंदाज में कहते हैं- "अन्ना ! बंद करो ये बेवकूफ़ी ।" और इतना कहते ही लड़ाई थम जाती है ।

लोगों ! यह शहर "पहले का मद्रास और अभी का चेन्नई" है ।

[दृश्य: सातवां]

दो लोग लड़ रहे हैं । अचानक दोनों ने "टाइम-आउट" लिया और अपने मित्रों को मोबाइल से कॉल करने लगे । कुछ देर बाद पचास के लगभग लोगों में लड़ाई हो रही है ।

दोस्तों !! "पंजाब" में आपका स्वागत है ।

[मित्रों, इसे चाय के साथ "कुरकुरे" के रूप में ही ग्रहण करें । बाकी तो सब ठीक ही है....हिन्द देश के निवासी, सभी जन एक हैं । रंग-रूप वेश-भाषा चाहे अनेक है ।]

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